अधैर्य होंने के कारण हम अक्सर हीरे को कांच समझने की भूल कर देते है !
सागर का पानी खारा जरूर होता है पर कई जीव जंतु को जीवन प्रदान करता है,बेश कीमती रत्न और खनिज का स्रोत भी सागर ही होता
है !
कठिन और मुश्किल वक़्त पर हम अपनों पे ही सारा दोष मढ़ देते है
लंबे समय के लिये किसी व्यक्ति की बेरोजगारी और कुछ नही व्यकि के आलस्य,क्रोध और स्वार्थ स्वभाव को दर्शाता है !
महान लक्ष्य को पाने य महान प्रेरणा संसार को देने के लिये व्यक्ति अपने जीवन मे सबसे प्रिय अमूल्य चीज य व्यक्तिविशेष का त्याग य उसे अपने से दूर जरूर करता है
जीवन मे सुख और दुख एक दूसरे के अस्तित्व के लिये जिम्मेदार है, बिना दुख के सुख की कल्पना नही कि जा सकती !! और बिना सुख के दुख की कल्पना नही की जा सकती !!
जीवन कैसा होगा ये कोई भाग्य में लिखा हुआ नही है,य ज्योतिष नही बतायेगा बल्कि आपके विचार,इच्छाशक्ति और ईश्वर की मर्जी तय करेगी और यही चीज फिर बाद में भाग्य य ज्योतिषियों की भविष्यवाणी बनती है !!
कोई व्यक्ति ज्ञानी तभी बनता है जब उसने अज्ञानता के दुख का प्रत्यक्ष अनुभव सुना य देखा हो !
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