आज स्कूल,कालेजो में बहुत अच्छा प्यार देखने को मिल रहा है ! लड़का-लड़की कॉलेज के पास खोके के दुकान में सिगरेट,दारू और न जाने कौन सी नशीली पदार्थ का सेवन करके अपना प्यार प्रदर्शित कर रहे है ! कॉलेज के घास के मैदानों में चुम्बन का सार्वजनिक रूप से प्रदर्शन !! रोज गले य हाथ मिलाओ तो प्यार ! बताने को बहुत कुछ है पर आगे बढ़ा तो शब्द कम पढ़ेंगे ! सारांश में कहूँ तो कुछ तत्व ने प्यार की परिभाषा को ही कलंकित करने का काम किया है ! जो फूहड़पन,अभद्रता है उसे प्यार समझ बैठे है ! ऐसे काफी प्रेमी जोड़े से जब मैंने सवाल किया कि क्या आप उससे शादी करेंगे तो जवाब हाँ,ना कुछ नही कह सकते का था ! जिन्हें अपने प्यार पे ही भरोसा नही तो काहे का प्यार ! सिर्फ मानसिक-शारीरिक संतुष्टि और अकेलेपन मिटाने के लिए जिसको प्यार का नाम दिया जा रहा है उसको समाज में कुछ और ही कहते है ! हिम्मत हो तो किसी सभ्य व्यक्ति से पूछ लीजिये ! अच्छा जवाब मिलेगा ! आज प्यार व्हाट्स से शुरू होता है तो ब्लाक पर जाकर खत्म होता है ! प्यार विश्वास और सम्मान है न कि अपना स्वार्थ सिद्ध न होने पर उठाये गये ऐसे कृत्य जो प्यार को शर्मसार और उस को करने से भयभीत कर दे ! आज प्यार न मिलने पर कोई हत्या,बलात्कार,आत्महत्या और न जाने क्या क्या अपराध करने लगते है ! नशा,चोर सब गुनाहों को करने से पीछे नही हटते ! मै समझता हूँ प्यार को परिभाषित नही कर सकते बस महसूस कर सकते है ! प्यार होना कोई बुरी बात नही है और ये किसी भी व्यक्ति को हो सकता है जो दिलदार हो जो खुले दिल का हो ! अरे जानवर को भी प्यार होता है तो इन्सान को न हो ये अपने आप में अजीब बात होगी ! पर प्यार को निभाना और उसे खत्म करना य उसे मंजिल देना ये अपने हाथ में होता है ! इसीलिए अपने प्यार को य तो गति तभी दीजिये जब आपको लगे आपका प्यार सच्चा,विश्वसनीय है क्योंकि मुखौटे पहने व्यक्ति प्यार का ढोंग करने वाले आज काफी है जो अपने आप को मानसिक रूप से संतुष्ट करने के लिए भी ये गलतियाँ कर देते है ! और कृपया एक बात जरुर याद रखिये ! किसी लड़के और लड़की के चक्कर में अपने जीवन को दांव पे मत लगाना क्योंकि आपके जीवन से करोड़ो लोगो की आशाये जुडी है और उनका आपके प्रति प्यार भी ! अगर आप ठुकराए गये है तो नाराज मत होइए ! अपने अंदर कमी तलाशिये और उसे कमी को खत्म कीजिये ! न कि खुद को फलाना लड़के-लड़की द्वारा ठुकराए जाने पर खुद को दिन-हिन् समझिये ! एक चमकीले पत्थर को सब्जी वाला तोलने के लिए देखता है, तो एक व्यापारी उसे कागज पर रखने वाला मात्र एक पत्थर ! और जब वही चमकीला पत्थर एक जेवरात की दुकान में पहुँचता है तो उसकी कीमत करोड़ो में हो जाती है ! कमी आप अपने अंदर तलाशने इसीलिए कह रहा हूँ क्योंकि उससे आप में सकारात्मक बदलाव आयेंगे जिससे आपका जीवन और निखरेगा और भविष्य संवरेगा ! आप उस चमकिले पत्थर की तरह ही है जो शायद एक सब्जी वाले के पास था लेकिन उसकी असली कीमत जेवरात के दुकान पे ही उसको पता चली ! सोचिये अगर वो पत्थर जेवरात की दुकान पे न गया होता तो क्या उसको अपनी कीमत पता चलती !! नही न ?? इसीलिए यदि आप धोखे य ठुकराए जाने का शिकार है तो निराश न होए और अकेला बिलकुल न रहे ! दोस्तों के संग रहे,भाई-बहन के साथ रहे ! अपने साथ जो हुआ उसको न सोचे और जो कार्य आपको सबसे ज्यादा भाता है वो करे ! अपने परिवार को य किसी विश्वसनीय को सब कुछ बता दे और जी भर कर रो ले और अगले दिन से अपने जीवन को नये सिरे से शुरू करे ! ये मत भूले कि आप भी वो चमकिले पत्थर की तरह है ! बस दृष्टिकोण का फर्क है कोई आपको किसी नजर से देखता है तो कोई किसी नजर से ! आप ये संकल्प ले कि अतीत में जो हुआ उसे वर्तमान में कभी आने नही दोगे ! एक हादसे की तरह इसे भूल जाये और जीवन में बहुत कुछ है जो आपको पाना है ! अपने जीवन को देखे कि आपके जीवन से कितने लोग जुड़े हुए है और कितने लोगो की आशाये है ! प्यार दो व्यक्तियों के विचारधारा के मिलने का एक प्रतीक है ! उस विचारधारा को आगे बढाये और अपने प्यार की लहरों से समाज के असहाय वर्गो की नौका पार कराये ! हमारा जीवन सिर्फ खाना-खाने,स्कूल,कॉलेज,नौकरी,मस्ती के लिए नही बल्कि सामाजिक विसंगतियो को खत्म करने ! और कई तरह के जिम्मेदारी की पूर्ति हेतु हुआ है ! उसे समझिये और उस जिम्मेदारी को पूरा करने हेतु तत्पर रहिये ! ऐसे प्यार का त्याग करना सर्वदा उचित है जो आपके विचार-धारा के विपरीत,आपके सिद्धांतो के विपरीत है इसीलिए शारीरक प्यास को तिलांजलि देते हुए अपने जिम्मेदारी भरे जीवन के महत्व को समझे !! वैसे भी मकान बनने से ज्यादा समय महल बनने में लगता है इसीलिए धैर्य रखिये और सकारात्मक सोच रखिये ! अगर आप प्यारे व्यक्ति है सच्चे व्यक्ति है और सबका भला सोचते है तो आपको प्यार समय आने पर अवश्य मिलेगा बस अतीत की घटनाओ का वर्तमान क्रियाकलापों पर किसी भी तरह प्रभाव न पड़ने दे क्योंकि जिस तरह प्यार और सम्मान किसी तारिक विशेष की मोहताज नही उसी प्रकार समय किसी व्यक्ति की मोहताज नही ! समय सबको बराबर मिला है चाहे वो पप्पू य कजरी ही क्यों न हो !!!!! सारांश सागर द्वारा प्रकाशित किया गया
अनुभव को सारांश में बताकर स्वयं प्रेरित होकर सबको प्रेरित करना चाहता हूँ !
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