एक सामाजिक चिंतन - इंटरनेट का व्यापार पर प्रभाव | Gyansagar ( ज्ञानसागर )

बीते कुछ महीनों से it फील्ड में अपने रूचि को बढ़ाया और शिफ्ट किया है जिसके बाद कुछ धरातल पर कार्य करने वाले लोगो का अनुभव जानने का मौका मिला !! वो आपसे साझा करना जरूरी है क्योंकि मेरा कर्तव्य है कि समाज में जो हो रहा है उसके बारे में आपसे चर्चा करूं और उसका जिक्र करूँ !! indiamart,sulekha,just dial और तमाम बड़े कम्पनी जो लीड देना का काम करती है वो लाखो लीड देने वाले लोगो का रोजगार खा चुकी है !! और उसके बाद श्राप,हाय और गालियो से इन कंपनियों का ऐसे लीड देने


एक सामाजिक चिंतन - इंटरनेट का व्यापार पर प्रभाव | Gyansagar ( ज्ञानसागर )

वाले बेरोजगार हो चुके लोग जिक्र करते है !! हालाँकि तकनीक के बढ़ते विकास के साथ समाज का नया आलसी वर्ग बैठे बैठे कमाने को आइडियल य रोल मॉडल मानता है और गर्व से बताता है लेकिन उसका दुष्परिनाम ये हुआ कि अधिक सम्पत्ति कमाने के चक्कर में न ये लोग जीवन जी पा रहे है बल्कि एक हवसी कुत्ते की तरह और चाहिए की लत से लोगो के शारीरक श्रम को ऑटोमेशन में बदल रहे है ! ऐसा भी हो सकता है कि ये सहकारिता और सहयोग को बढ़ावा देकर काम करे पर मैक्ले शिक्षा पद्धति में अकेले अकेले खाने की लत ने इन्हें और लोगो के प्रति बहुत ही उदासीन बना दिया है !! ऐसा नही है कि तकनीक से जुड़े हुए सभी लोग ऐसे है ! ये वे लोग है जो उच्च-वर्ग,मध्यम-वर्ग और निचला वर्ग के श्रेणी को बरकरार रखना चाहते है !! समाज में ज्ञान बाँटना अच्छा काम और धर्म होता है लेकिन आज जो ज्ञान दिया जा रहा है स्कूल और कॉलेज में वो सिर्फ पंगू और नौकर बनाने की दी जा रही है बॉस बनने की नही ! ये भारत सरकार की नाकामयाबी भी है और मल्टी नेशनल कंपनियों की भी एक बड़ी साजिश !! कारण साफ है ! हमारे देश का युवा सब कुछ पढ़ तो लेता है पर उसका उपयोग करना नही सीख पाता और यही कारण है कि सिर्फ कुछ चुनिन्दा लोग ही डिग्री लेने के बाद उस डिग्री का सही तरह से उपयोग खुद के जीवन में और अपने समाज के लिए कर पाते है !!!

अब इस तकनीक से न मै बच पाया न वो लोग जो इसके विषय में नही जानते है !! ऐसी वेबसाइट पर डाटा और सूचनाओ के भंडार से रेट को आसानी से तुलनात्मक स्तर पर जांचा जा सकता है जिससे अपनी सर्विस प्रदान करने वाले कंपनियों को आज कुत्ते की तरह नम्बर रूपी हड्डी परोस दी जाती है जो कि कईयो की झूठन होती है ! बात कडवी जरूर है पर सच है ! कइयो का व्यापार लाख से ३०,०००-४०,००० हजार तक अटक गया है और ये दिन रात तेजी से इस काम में लगे हुए है !! अब सरकार इस मामले में खुद पंगु है न उसे इसकी ज्यादा समझ है न जानकारी ! वो खुद ऐसे युवाओ पर आश्रित है जो आज इस तरह से अपने नोट छापने में लगे हुए है !! इस समस्या का समाधान केवल ये है कि आप अपने आप को अपग्रेड कर ले नही तो kodak रील और कैमरे का अंत जानते है आप ! नोकिया और कई ऐसे सुंदर उदाहरण है ! कुछ समय और परिस्थिति को देखते हुए नही बदल रहे एक तो जिद्द से और दूसरा ये कहकर की हमारा तो भाई जमीन से जुड़ा हुआ काम है !! वेबसाइट,एप्प इन सबका हो सकता है अभी आपके व्यापार में जरुरत न हो लेकिन आने वाले समय में आपको इसकी जरूरत पड़ सकती है !! मै भी वेबसाइट डिज़ाइनर और ब्लॉगर हूँ !! परिस्थिति को समझता हूँ इसीलिए ये लेख लिखने के लिए बाध्य हुआ हूँ ! आप मुझसे य किसी से भी इस विषय में चर्चा करे उसका मत यही होगा कि आज जैसे टीवी पतन की ओर जा रहा है और मोबाइल हर घर आ रहा है कल हर व्यापार आपका वेबसाइट और एप्प से निश्चित ही जुड़ेगा चाहे आप स्वेछा से जुडो य मजबूरी में पर आपका बिज़नस ऑनलाइन तो आकर ही रहेगा !!



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