दर्पण छवि के रूप में प्रसिद्ध लेखक और कवि पीयूष गोयल जी के साथ एक वार्तालाप के कुछ अंश | Gyansagar ( ज्ञानसागर )

नमस्कार दोस्तों
हमारे संपर्क में काफी ऐसे लोग है जो कलात्मक गुणों से युक्त है और ऐसे ही मेरे पाठक मित्र और बड़े भाई समान पीयूष गोयल जी है जिनके कला से मैं काफी प्रभावित हुआ ! मैंने अपने जीवन मे काफी लोगो को देखा है जो काफी सुंदर राइटिंग में लिखते है पर ये ऐसे व्यक्ति है जो उल्टा भी लिख लेते है और सीधा भी लिख लेते है लेकिन विशेषता इस बात में है कि बड़ी तेज गति से उलटा व टेढ़ा अंग्रेजी व हिंदी भाषा मे लिखने में इनकी विशेषता है !

Saransh Sagar

इनसे मिलना मेरे ब्लॉग के माध्यम से हुआ जब ये ज्ञानसागर वेबसाइट www.gyansagar999.com पर एक पाठक के तौर पर आए और सम्पर्क सूत्र साझा करके मुझसे जुड़े ! लगभग वर्ष 2018 से ये मेरे से संपर्क में है और तब से निरन्तर इनके कार्यो व सफलता के उदाहरण इनके स्टेटस व सोशल मीडिया के माध्यम से मैं देखता आ रहा हूँ !

चलिए थोड़ा और जानते है इनके बारे में !
ये दर्पण छवि के रुप में प्रसिद्ध है और लेखक,कवि व साहित्य के क्षेत्र में इन्हें काफी सम्मान प्राप्त हुआ है !
सुई के माध्यम से भी इन्होंने पुस्तक साहित्य के क्षेत्र में योगदान दिया है जिसे मैंने खुद देखा ! लाइव मैंने इनके उल्टा लिखने की कला को देखा ! जिसमे इन्होंने मेरा नाम और कुछ बाते लिखी !

दर्पण छवि के रूप में प्रसिद्ध लेखक और कवि पीयूष गोएल जी के साथ एक वार्तालाप के कुछ अंश | Saransh Sagar
Selfie With Piyush Goel

21 अप्रैल को जब मैं इनसे मिला तो काफी बातें करी जिसमे शिक्षा,सामाजिक समस्या का समाधान व कलात्मक क्षेत्र में अपना योगदान कैसे दे सकते है इसमें हमने बात करी ! 2018 से करीब हम ये प्रयास में थे कि हम इनके साथ थोड़ा समय निकालें और आखिरकार एक सुंदर मुलाकात हुई और 13 मिनट के एक इंटरव्यू में हमने सारांश में वो बात जानने की कोशिश करी जिनसे इनके कला व लेखनी से लोगो को लाभ मिला है !
इनके द्वारा स्टील पट्टी पर कील हथौड़े से इन्होंने लिखा है और साहित्य में अपना योगदान दिया है , कुछ सुई से , कुछ मेहंदी से तो कुछ कलम स्याही से !

इन्होंने श्रीमद्भागवत गीता ( English Language)को उल्टा लिख दिया जिसे वृन्दावन संग्रहालय को दिया हैं व उनके द्वारा दर्पण छवि में लिखी चाणक्य नीति, दर्पण छवि में लिखी एल्युमीनियम शीट पर कील से लिखी पुस्तक को संग्रहालय में दर्शकों के लिए रखा गया हैं!अपने इसी कौशल के कारण ये दुनिया भर में प्रसिद्ध हुए और काफी अखबार,न्यूज मीडिया व सोशल मीडिया में इन्हे सम्मान व पहचान मिली !

अपनी इसी विशेषता के कारण ये युवाओं में भी काफी प्रसिद्ध हुए और समय-समय पर सामाजिक कार्यक्रम व प्रेरणादायक आयोजन व स्कूल,कॉलेज में एक मेंटर ( विशेष अतिथि ) के रूप में ये बच्चो को प्रेरित भी करते रहते है और उनसे उनका हाल चाल व शिक्षा , सफलता के सूत्र साझा करते है !!



हाल ही में इनके कला को हिस्ट्री tv१८ टेलीविजन ( OMG- Yeh Mera India) मीडिया चैनल द्वारा एक विशेष कार्यक्रम को भी रिलीस किया गया है !! पीयूष गोयल जी से आप Linkedin के माध्यम से जुड़ सकते है !

आप सभी पाठकों के लिये पोस्ट के अंत में इनके मेरे द्वारा हुई बातचीत को साझा कर दिया गया है ! उम्मीद है आपको हमारी बातचीत पसंद आये और आप इनसे बहुत कुछ सीखेंगे व जान पाएंगे ! 😊



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