संघर्ष ही सफलता की गाड़ी में गति देने का काम करता है ! अनुभव यही कहता है कि जीवन मे प्रत्येक घटना का अंत मे आत्मचिंतन करके सकारात्मक मंथन निकाला जा सकता है ! निर्भर ये करता है कि आप मंथन में क्या ढूंढना चाहते है !!
जीवन में ठहराव,संतुष्टि,आत्मशांति तब आपको मिलती है जब आपको विश्वास हो जाता है कि आपका प्रत्येक कृत्य मानव समाज य उनके कल्याण के लिए ही किया गया बेशक लोग चाहे जो सोचे य बोले !!
आज लेन-देन की प्रवृत्ति को प्रेम की संज्ञा दी जाती है ! जबकि प्रेम समर्पण है , त्याग है ! खुद को उस प्रेम विशेष में खोना है प्रेम !! प्रेम का कोई मापदंड नही बस प्रेम एक अहसास का विषय है जिसे समझ पाना किसी त्यागी द्वारा ही संभव है !
आज कल दिल दुखाने का एक नया ट्रेंड चला है जिसमे व्यक्ति अपने अकेलेपन से बोर होने के लिए समर्पित भाव का व्यंग्य रचाते है उसे प्रेम बताते है और अंत में अपनी इंगेजमेंट की अंगूठी दिखाकर प्रेम पर से विश्वास उठाने पर मजबूर करते है !!
किसी व्यक्ति की भूल य गलती पर उसके प्रति क्रोध,कोस,घृणा स्वाभाविक है पर शुद्ध हृदय वाले मानव अंत में उसके भूल के लिए ईश्वर से ऐसा किसीके साथ दोबारा न हो की प्रार्थना करते है और क्रोध,घृणा के उप्पर के स्तर उनके प्रति दया भाव रखकर जीवन में आगे बढ़ते है !!
अक्सर फूल के पास ही भंवरे और कीड़े-मकोड़े,मक्खी-मच्छर घूमते है ! मिठाई के आस पास ही मधुमक्खी व् अन्य मच्छर घूमते है !! सोने व् हीरे की तलाश के लिए ही उसपर कुल्हाड़ी और ड्रिल मशीन चलती है !! ये एक प्रकार की यातनाएं ही तो है उसी प्रकार मानव समाज में उस मानव पर काफी अत्याचार और दुःख होता है जिसे युग परिवर्तन करने के उद्देश्य से धरती पर भेजा गया है !! वो दुःख और यातनायें घरेलू हिंसा,धोखे व् अन्य कई रूप में मिलते है लेकिन इसके पश्चात जो नतीजा सामने आता है वो किसी तराशे हुए हीरे-सोने की तरह उसकी कीमत को बहुमूल्य बना देता है जो एक आश्चर्य कर देने के साथ साथ स्वाभाविक भी है !!
धड़क रहा है दिल अभी भी हर दिन इसी आस में कि होंगे हम कामयाब एक दिन !!
कुछ रंग ऐसे होते है जिसका दाग लगने का अहसास और प्रभाव प्रचंड व निःशब्द होता है !
शिद्दत से किसी विचार को कर्म में परिवर्तित और कार्यान्वित होता देखना चाहते है तो पूरे दिल से मनोकामना कीजिये ! शिद्दत अवश्य पूरी होगी !! नारायरण नारायण !!
गज्जब है ! माँ से प्रेम करने के लिये तस्वीर लगाओ स्टेटस बदलो का संदेश मिल रहा है ! ऐसे मां के भक्तों से निवेदन है कि जीवन मे कुछ बढ़ा करें जिससे आपकी मां आप को फिर अपने बच्चे के रूप में ही जन्म देने की इच्छा रखे !!
अभी जल रहा हूँ। तप रहा हूँ । पीतल मिलकर चली गयी। अब जल्द ही मजबूत कीमती सोना बनूँगा !!
मुझे जिसका भी आचरण अच्छा और उपयोगी गुण,विचार व सुझाव लगता है मैं उसे खुद में समाहित कर लेता हूँ और वही आगामी भविष्य में एक उपयोगी औजार बनता है जो जीवन को सुगम बनाने का काम करता है !
अगर आपके पास इंटरनेट है और एक अच्छा मोबाइल है जहां सुनने और बोलने की सुविधा है तो आपको कोई हक नही ये कहने का कि मैं जीवन मे कौन सा कार्यक्षेत्र चुनूं ?? क्योंकि उसी मोबाइल से कोई अपना भविष्य बनाता है तो कोई अपना भविष्य बर्बाद करता है !!!
अनुभवी लोगों के सानिध्य में उनके अनुभव जान-समझकर बड़े से बड़ा अनाड़ी व्यक्ति भी उनके विषय का कुशल ज्ञाता बन सकता है पर तब ही जब धैर्य और ईमानदारी से उनके अनुभव अपने आचारण और रोजमर्रा के जीवन में उपयोग में लाया जाये !!
आप मुस्करा कर किसीको भोजन दे य दो बात भी कहे तो वो उसे खुशी खुशी हजम होगी पर क्रोध,अहंकार और आडम्बर रूपी कर्म का हवाला देकर उसी की सेवा करे तो अपच होगी !!
भारत का भाग्य सचमुच युवाओं पर निर्भर है ! जिस दिन किसी भी दल य व्यक्ति विशेष ने युवाओं के जरूरतों पर ध्यान दिया उस दिन भारत का भाग्य सौभाग्य में बदल जायेगा !! - दिल की गहराइओ से
मैं और आप हमारे विचार के चुम्बकीय शक्ति के कारण वर्तमान स्थिति में है ! विचार बदलिये परिस्थिति बदल जाएगी !!
श्रम का मूल्य समय पर न मिलना वैसा ही है जैसे समय पर न्याय न मिलना , इससे बचे ! अन्यथा आगामी भविष्य में श्रम के कर्ता के अनुकम्पा से वंचित रहना पड़ सकता है !!
अगर आप अपने जीवन मे हरे भरे वृक्ष को कटवा देते है तो आप य आपसे जुड़े अपनो के जीवन मे रुकावट य प्रगति में अवरोध हो जाता है इसका प्रायश्चित यही है कि अधिक से अधिक पेड़ लगायें । काटने वाला कोई भी हो, उसकी संगति में रहने,जुड़ने वाले व्यक्ति को फल भोगना ही पड़ता है और उसी प्रकार वृक्षारोपण करने वाले के पुण्य का फल भी उसकी संगति में रहने वालों को निश्चित ही मिलता है !!!
ईश्वर ने हर कार्य के लिये किसी व्यक्ति को चुन रखा है इसीलिये खुद को दूसरों के जीवन से तुलना कभी न करे क्योंकि आपकी अपनी एक जिम्मेदारी और महत्वता है ! आपके अपने कार्यक्षेत्र है जहां आपको अपने कर्तव्यों का पालन करना है !!!!
बुरा लगे उसके लिये क्षमा करें पर बेरोजगार लोग tiktok खेल रहे है य जिनके जीवन मे समय ज्यादा है य समय की कद्र नही है !
सम्मान व प्रशंसा तब लेने व सुनने में अच्छा लगता है जब व्यक्ति उसका अधिकारी होता है पर आज तमाम पार्टी,संगठन में क्या हो रहा है जनता अच्छे से जानती है !!
अधैर्य होंने के कारण हम अक्सर हीरे को कांच समझने की भूल कर देते है !
सागर का पानी खारा जरूर होता है पर कई जीव जंतु को जीवन प्रदान करता है,बेश कीमती रत्न और खनिज का स्रोत भी सागर ही होता है !
कठिन और मुश्किल वक़्त पर हम अपनों पे ही सारा दोष मढ़ देते है
लंबे समय के लिये किसी व्यक्ति की बेरोजगारी और कुछ नही व्यकि के आलस्य,क्रोध और स्वार्थ स्वभाव को दर्शाता है !
महान लक्ष्य को पाने य महान प्रेरणा संसार को देने के लिये व्यक्ति अपने जीवन मे सबसे प्रिय अमूल्य चीज य व्यक्तिविशेष का त्याग य उसे अपने से दूर जरूर करता है
जीवन मे सुख और दुख एक दूसरे के अस्तित्व के लिये जिम्मेदार है, बिना दुख के सुख की कल्पना नही कि जा सकती !! और बिना सुख के दुख की कल्पना नही की जा सकती !!
जीवन कैसा होगा ये कोई भाग्य में लिखा हुआ नही है,य ज्योतिष नही बतायेगा बल्कि आपके विचार,इच्छाशक्ति और ईश्वर की मर्जी तय करेगी और यही चीज फिर बाद में भाग्य य ज्योतिषियों की भविष्यवाणी बनती है !!
अधैर्य होंने के कारण हम अक्सर हीरे को कांच समझने की भूल कर देते है !
सागर का पानी खारा जरूर होता है पर कई जीव जंतु को जीवन प्रदान करता है,बेश कीमती रत्न और खनिज का स्रोत भी सागर ही होता है !
कठिन और मुश्किल वक़्त पर हम अपनों पे ही सारा दोष मढ़ देते है
लंबे समय के लिये किसी व्यक्ति की बेरोजगारी और कुछ नही व्यकि के आलस्य,क्रोध और स्वार्थ स्वभाव को दर्शाता है !
महान लक्ष्य को पाने य महान प्रेरणा संसार को देने के लिये व्यक्ति अपने जीवन मे सबसे प्रिय अमूल्य चीज य व्यक्तिविशेष का त्याग य उसे अपने से दूर जरूर करता है
जीवन मे सुख और दुख एक दूसरे के अस्तित्व के लिये जिम्मेदार है, बिना दुख के सुख की कल्पना नही कि जा सकती !! और बिना सुख के दुख की कल्पना नही की जा सकती !!
जीवन कैसा होगा ये कोई भाग्य में लिखा हुआ नही है,य ज्योतिष नही बतायेगा बल्कि आपके विचार,इच्छाशक्ति और ईश्वर की मर्जी तय करेगी और यही चीज फिर बाद में भाग्य य ज्योतिषियों की भविष्यवाणी बनती है !!
कोई व्यक्ति ज्ञानी तभी बनता है जब उसने अज्ञानता के दुख का प्रत्यक्ष अनुभव सुना य देखा हो !
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