युवाओं के लिए प्रेरणादायक शिक्षापूर्ण सुविचार | Motivational Positive Thoughts In Hindi | Gyansagar ( ज्ञानसागर )




आज वर्तमान समय मे सूचना के तमाम साधन मौजूद है और उसी के साथ आपको एक समस्या ये भी आती होगी कि किस सूचना को अधिक प्राथमिकता दे और किसे नही !! आज मैं आपको अपने अनुभव से वो बातें बताने जा रहा हूँ जो शायद आप को पसंद आये और आपके जीवन मे भी आपको काम आए ! तो चलिये जानते है कौन सी है वो 15 आदतें !!

नम्बर 1 ) ये आदत है सुनने की ! इस आदत को बचपन मे भी सुना था लेकिन इस आदत को मजबूती से मानना मैंने शुरू किया अपने प्रधानाचार्य गणेश प्रसाद जी के भाषण से जब वो स्कूल में क्लास शुरू होने से पहले, प्रार्थना शुरू होने के बाद भाषण में कुछ प्रेरणा संदेश दिया करते थे ! 

नम्बर 2 ) ये आदत है क्रोध की दिशा बदलने की ! जी हां सही सुना आपने ! जब मैं क्रोधित हो जाता हूँ तो उस व्यक्ति विशेष की फ़ोटो डिलीट य ब्लॉक य खूब अकेले में गरिया लेता हूँ लेकिन उस व्यक्ति विशेष को कुछ नही कहता ! कारण कि जब हम किसी को अबपशब्द य दिल दुखाने वाली बात कहते है तो हम सीधे तौर पर उससे शत्रुता कर लेते है जिसका परिणाम भविष्य में कब कैसे हमे मिले ये ईश्वर ही जाने इसीलिए हमेशा अपने गलतफहमी य क्रोध को दिशा देने की कोशिश करे क्योंकि ये ऐसी भावना है जिसे तुरंत खत्म नही किया जा सकता लेकिन दिशा देकर उसके होने वाले खतरों में , प्रभाव में कमी जरूर की का सकती है !! और हो सकता है कि वजह मालूम होने के बाद आप उस व्यक्तिविशेष से फिर से अपने सम्बन्धो को मधुर कर लें

नम्बर 3 ) ये आदत है संकल्प की ! यानि कोई ऐसा निर्णय लेना जिसे आप करने की सोच ले तो उसे हकीकत में बदलने की क्षमता रखे !! जैसे मैं अपने जीवन मे जो संकल्प ले लेता हूँ उसे पूरा करके ही छोड़ता हूँ जिसमे ज्ञानसागर वेबसाइट भी शामिल है और मैं आपको बता दूं कि एक समय ऐसा था कि कंप्यूटर के बारे में सारी जानकारी भूल गया था क्योंकि बड़े कक्षा में कंप्यूटर पढ़ाने की सुविधा न थी लेकिन आज जिस पाठकवर्ग के कारण ये वेबसाइट बना पाया हूँ उसी के प्रेरणा और उत्साह से मैंने तकनीक के विषयों को गम्भीरता से पढ़ा,समझा और ये बना पाने में सक्षम हुआ हूँ जिसमे संकल्प शक्ति का बहुत बड़ा योगदान है ! 

नम्बर 4 ) ये आदत है विभिन्न विषयों व कलाप्रेम की ! हालांकि ये आदत होना जरूरी नही है क्योंकि आदत य तो लग जाती है य लगाई जाती है और ये कलाप्रेम एक प्राकृतिक मनुष्य का गुण ही होता है , उस व्यक्ति विशेष की जैसी रचना य प्रकृति होती है वैसे उसके गुण, स्वभाव,कर्म,पसंद का निर्माण होता है फिर भी मैं आपको इस आदत को लगाने के लिये कहूंगा क्योंकि व्यक्ति के स्वभाव का निर्माण तब होता है जब व्यक्ति किसी आदत को अपना ले फिर किसी समयावधि के पश्चात वो स्वभाव बनते हुए देखा गया है ! मैं अपनी बात करूं तो मैंने धर्म-अध्यात्म में रुचि बचपन से नही थी ली थी लेकिन संगीत का बचपन से शौक व नाचना,गाना पसंद था और बीते कुछ वर्षों में उस संगीत के माध्यम से धर्म-अध्यात्म,भजन इन सबकी रुचि हुई और अब ये मेरा स्वभाव बन गया है ! प्रतिदिन यदि इन चीजों को न करूं तो आत्मा को तृप्ति नही मिलती ! तो आप जान गए होंगे कि विभिन्न विषय व कला प्रेम क्यों जरूरी है और हर व्यक्ति के लिये कला अलग अलग हो सकती है इसीलिए आप अपने रुचि को ढूंढिए !

नम्बर 5 ) ये आदत है संतोष की ! संतोष यदि आप कर ले तो आप को सुख मिल सकता है क्योंकि काफी बार देखा गया है कि असंतोष का जन्म अधिकांश तब ही होता है जब व्यक्ति अपनी क्षमता से अधिक की आशा कर बैठता है ! कई मामलों में ईर्ष्या करने के कारण भी असंतोष होता है !

नम्बर 6 ) ये आदत है धैर्य की , जीवन मे धैर्य आप जीवन रूपी गाड़ी के ब्रेक की तरह समझे , इसे तब तब इस्तेमाल करना होता है जब आप को लगे ज्यादा हो रहा है क्योंकि किसी भी चीज की अति हानि ही करती है और धैर्य को समझने का इससे अच्छा तरीका और कुछ नही ! धैर्य को धीरज भी कहते है !

नम्बर 7 ) ये आदत है मौन रहने की , जीवन मे कई बार ऐसे मौके आते है जहां चुप रहना ही समझदारी होता है , ऐसा नही है कि मौन रहने का मतलब है कि आप डर कर चुप य मौन रहे , ये मौन उस परिस्थिति के लिये है जहां आपको लगे कि आपका समझाना किसीको व्यर्थ है , जहां आपके उपदेश और ज्ञान का कोई मोल नही ऐसी जगह आप मौनव्रत धारण कर ले

नम्बर 8 ) ये आदत है त्याग की , जीवन मे कई बार ऐसे पल आते है जहां आपको अपनी अनमोल चीज य व्यक्तो विशेष से अलग य उसे त्यागना पड़ता है , हो सकता है ये मजबूरी हो य कोई आकस्मिक घटना लेकिन आपको इसके लिये हमेशा तैयार रहना चाहिये क्योंकि जीवन मे कुछ भी निश्चित नही है , न ही अमर है , सबका अंत सुनिश्चित है इसीलिए व्यक्ति वस्तु विशेष से प्रेम उसके होने तक ही करे नही तो उसके न होने पर आपके अन्य घटक,कर्म व कर्तव्य प्रभावित होंगे ! ये आसान बिल्कुल नही है पर जो बीत गया है उस पल को भूलकर उसका त्याग करना ही श्रेयस्कर होगा ! 

नम्बर 9 ) ये आदत है बहादुरी की , यहां बहादुरी का अर्थ आपको शक्तिमान य खली बनाने से नही अपितु निर्भयता पूर्वक अपनी बात कहने से है ! कई बार ऐसे मौके आते है जहां जीवन मे बहादुरी प्रदर्शित करने के लिये लड़ाई झगड़े में जीत हासिल करना नही अपितु सच का साथ देने से भी होता है और ये साथ देना भी एक प्रकार की बहादुरी है !! इस बहादुरी में यदि धर्म यानि सच्चाई के लिये शक्तिमान य खली बनना पड़े तो उसमें भी परहेज नही करना चाहिये अर्थात बहादुरी तन से हो य मन से हमेशा ये गुण होना चाहिये ! 

नम्बर 10 ) ये आदत है प्रकृति प्रेम की इसके लिये आपको बस थोड़ा प्रकृति और खुले हवाओ में खुद को समय देना होगा जिसका लाभ आपको शारीरिक ही नही अपितु मानसिक लाभ भी मिलेगा !



नम्बर 11 ) ये आदत है सच बोलने की जिसकी महिमा य उदाहरण आपके पास तमाम होंगे लेकिन कुछ शब्दो मे आपको बताऊं तो सच बोलने से आपका आत्मविश्वास उत्साहित और ऊर्जावान होता है और सच न कहने से आप दब्बू और कपटी बनते है ! इस गुण को संतुलित रूप में ही जीवन मे अपनाए क्योंकि ज्यादा सच बोलने से कलयुग में थोड़ा खुद को कष्ट मिल जाता है ! 

नम्बर 12 ) ये आदत है ईमानदारी की , ईमानदारी जो व्यक्ति अपने जीवन मे रखते है वो काफी संतोष का जीवन जीता है और देखा गया है कि ऐसे लोगो के शत्रु भी उन्हें प्रणाम करते है ! इस गुण को संतुलित रूप में ही जीवन मे अपनाए क्योंकि ज्यादा ईमानदारी कलयुग में थोड़ा खुद को कष्ट दे जाती है ! 

नम्बर 13 ) ये आदत है स्त्री व बच्चो से प्रेम व उनको सम्मान देने की , ये आदत सिर्फ स्त्री और बच्चो से क्यों ऐसा आपका सोचना होगा ? पुरुषों की अपेक्षा स्त्रीवर्ग व बच्चे बातों को दिल मे ज्यादा रखते है और उस बात का बतंगड़ बनाने य उसे फैलाने में इनसे बड़ा कोई दूसरा नही इसीलिए जितना हो सके इनसे विशेष लगाव व इनको सम्मान दे क्योंकि इन्हें जिन्होंने प्रेम व सम्मान दिया है जीवन उसका बहुत ही सफलतापूर्वक व्यतीत होते हुए देखा गया है , कोशिश करे इनसे मतभेद य इनसे कोई झगड़ा न हो और अगर हो भी तो समझौता य चुप रहना ही श्रेयस्कर है क्योंकि समाज मे इन्हें सुनने य इनको साथ देने का प्रचलन बहुत पहले से है ! हालांकि अनैतिक य गलत,अनर्गल,आपराधिक गतिविधियों के लिये सभी दंड के अधिकारी है !! 



नम्बर 14 ) ये आदत है हमेशा सकारात्मक खोजने य सोचने की , हम और आप मे से काफी लोग ऐसे होंगे जो हर बात य काम में कुछ निराशाजनक बातें सोच लेते है य जिससे आत्मविश्वास कम हो जाये व्यक्ति का ! यदि आप भी ऐसी गलती कर रहे है तो आपको जरूरत है थोड़ा रिस्क लेने वाले काम करने का साथ ही किसी आत्मविश्वास से भरे व्यक्ति के संग आपको समय देना चाहिये य प्रेरणादायक विचारों,कहानियों को पढ़ने के लिये समय देना चाहिये

नम्बर 15 ) ये आदत है नुक्स निकालने का , गलती खोजने का ! काफी लोगो को ये अटपटा लगेगा लेकिन मैं आपको बता दूं कि जिनमे ऐसी आदत पाई जाती है वो बहुत ही अच्छे करियर टिप्स देने वाले,वैज्ञानिक,रिसर्चर,जासूस आदि कार्यो को बड़े ही निपुणता से करने में सक्षम होते है ! इसीलिए आपके पास यदि कोई ऐसे लोग है तो आप पाएंगे कि वो ऐसी ऐसी गलतीयं य बारीकियां ढूढने में सक्षम होते है जिसे और कोई नही ढूंढ पाता !! 


पाठकों , ये लेख सुबह 5:19 am 7 मई 2020 को अपने निवास स्थान नोएडा सुबह छत पर चलते चलते लिखा है , ईश्वर प्रेरणा इसमें शामिल है और ये पूरे मेरे अनुभव की बातें है ! उम्मीद है आपको ये पढ़कर बहुत कुछ मिला होगा ! आशा करता हूँ आप इन आदतों को अपने जीवन मे उतारेंगे !! जयरामजी की
अगर आपको हमारे विचार पसंद आये तो इसे शेयर जरूर करे व अपने मन की बात कमेंट में जरूर रखे 😊
धन्यवाद 
सिंह लग्नफल



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